नए साल में सब नई बात हों ,
खिले से हो दिन और हँसी रात हों
बादल ग़मों के न मंडराने पाए ,
हर रोज खुशियों की बरसात हो
ख्वाहिश रही जो अधूरी,हो पूरी,
आनेवाला पल एक सौगात हो
न जंग न बैर न हो दुश्मनी ,
बस दोस्त की दोस्ती साथ हो
अरमां सजे सारे गुलशन के जैसे,
मीठे से हर एक जज्बात हो
मिलते रहे हाथ से हाथ अब तक,
मिले दिल से दिल वो मुलाकात हो
नव भारती सेवा ट्रस्ट की स्थापना का मुख्य उद्देश्य है महिलाओं का सशक्तिकरण। बदलते वक्त के साथ महिलाओं को भी अपनी परिधि का विस्तार करना होगा, यही समय की मांग है। समाज मे उपेक्षित रूप से जी रहीं महिलाओं को हम उनके ताक़त का भान कराकर उन्हें अपने सम्मानित रूप से जीने का अधिकार प्राप्त करने में सहायता प्रदान करते है|
January 2, 2011
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