October 1, 2010

सुमन

 सदा सुमन की तरह

बड़ा सा दिल रखो अपना .. खुले गगन की तरह,
रहो बेख़ौफ़ बेपरवाह .. मलय पवन की तरह,
न चुभो तीर बनके दिल में , किसी चुभन की तरह,
रहो बिखेरते खुश्ब्हू , सदा सुमन की तरह 

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